भारत में भड़ती बेरोजगारी की वजह ।
भारत में भड़ती बेरोजगारी की वजह ।
भारत में भड़ती बेरोजगारी की वजह , बेरोजगारी भारत में एक गंभीर समस्या है जो सामाजिक, आर्थिक, और मानसिक स्तर पर प्रभाव डालती है। देश में हर साल लाखों लोग शिक्षा प्राप्त करते हैं, लेकिन उनके लिए पर्याप्त नौकरी के अवसर नहीं मिल पाते। इस समस्या के कई कारण हैं, जो निम्नलिखित हैं:
जानिए किन वजह से ह बेरोजगारी
- जनसंख्या वृद्धि
भारत में तेजी से बढ़ती जनसंख्या बेरोजगारी का प्रमुख कारण है। जितनी तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है, उतनी तेजी से रोजगार के नए अवसर पैदा नहीं हो रहे हैं, जिससे बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। - शिक्षा व्यवस्था की कमी
भारत की शिक्षा प्रणाली में व्यावहारिक कौशल पर कम जोर दिया जाता है। कई विद्यार्थी केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त करते हैं, जो उन्हें नौकरी के लिए तैयार नहीं करता। इसके कारण बेरोजगार युवा बड़ी संख्या में होते हैं। - कृषि पर निर्भरता
भारत की बड़ी जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। लेकिन आधुनिक तकनीक और संसाधनों की कमी के कारण कृषि से अधिक लोगों को रोजगार नहीं मिल पाता, और खेती पर निर्भर परिवार बेरोजगारी से जूझते हैं। - औद्योगिकीकरण की कमी
देश के कुछ हिस्सों में औद्योगिकीकरण की कमी भी बेरोजगारी का एक बड़ा कारण है। ग्रामीण इलाकों में उद्योगों और कारखानों का अभाव है, जिसके कारण वहां रोजगार के अवसर सीमित हैं। - प्रौद्योगिकी में बदलाव
टेक्नोलॉजी में तेजी से आए बदलावों के कारण कई पुराने उद्योग और नौकरियां समाप्त हो रही हैं। इससे विशेष रूप से कम कौशल वाले कामगार प्रभावित होते हैं, जो नई तकनीकों के अनुकूल नहीं हो पाते। - मौसमी बेरोजगारी
भारत में खेती मुख्य रूप से मौसम पर आधारित है। बरसात के मौसम में लोग खेतों में काम करते हैं, लेकिन बाकी समय में उनके पास कोई काम नहीं होता, जिससे मौसमी बेरोजगारी बढ़ती है। -
महिला बेरोजगारी
महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर पुरुषों की तुलना में कम हैं। समाज में लैंगिक भेदभाव, शिक्षा की कमी और सामाजिक बंदिशों के कारण महिलाओं को नौकरी पाने में कठिनाई होती है।
- सरकारी नीतियों की कमी
सरकार की तरफ से पर्याप्त रोजगार सृजन के प्रयास नहीं हो पाते। कई बार सरकारी योजनाएं या तो सही से लागू नहीं हो पातीं या उनमें पारदर्शिता की कमी रहती है, जिससे रोजगार नहीं बढ़ पाता।
निष्कर्ष
भारत में बेरोजगारी के कारण जटिल हैं और इसे हल करने के लिए शिक्षा प्रणाली में सुधार, औद्योगिकीकरण को बढ़ावा, और सरकार की नीतियों में बदलाव की आवश्यकता है। जब तक इन कारणों पर ध्यान नहीं दिया जाता, तब तक बेरोजगारी की समस्या बढ़ती रहेगी।